मॉं की ममता है सबसे न्यारी
जीवन दायनी बन कर तुम
सींचती जीवन बगिया क्यारी ,
मॉं की स्नेह का मोल नहीं
उसकी ऑंचल में है फुलवारी ।
मॉं की ममता है सबसे न्यारी ।
सद्गुणों से परिचय करवाती
कठिन राह भी सरल बनाती
अपने अश्रु हमीं से छुपाती
उसके स्पर्श की हूॅं आभारी।
मॉं की ममता है सबसे न्यारी ।
दो परिवारों का दायित्व निभाती
राह के काटों को चुन-चुनकर
मखमली बिस्तर पर हमें सुलाती।
हमारे सपनों में सदा रंग भरती
मॉं की ममता है सबसे न्यारी ।
तू ही श्री, नीरधि ,तू ही शारदा
तुझमें देखूॅं सम्पूर्ण व्योम-धरा
शीतल छॉंव तेरी है प्यारी
ममता की छॉंव पर जाऊॅं वारि ।
ऋण उतार न पाऊॅं ममता की
मॉं की ममता है सबसे न्यारी ।
........................ अर्चना सिंह‘जया’
मॉं सदैव तुम्हें प्रणाम
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