जीवन में हो तमस घना, तो उम्मीद की लौ जला लेना।
निराशा के तम को कभी ना, दिल का कोई कोना देना
आशा-उम्मीद के दीपक से कठिन राह जगमग कर लेना।
हिय में छुपाए आत्मविश्वास को तू बोझिल ना होने देना,
किसी रोते को हँसाकर भी,अपना मन हल्का कर लेना।
रात्रि के पश्चात ही नई आशा का सूरज सदा उदय होता,
जुगनू से सीख गहन अंधेरे में भी कैसे है चलते रहना,
जीवन में हो तमस घना, तो उम्मीद की लौ जला लेना।
जिंदगी के सुहाने सफर में, धूप-छाँव से ना कभी डरना।
बाहर के अंधकार से पूर्व, मन के तिमिर को दूर करना।
ज्ञान की मशाल जलाए चल, कर रौशन जग का कोना
अज्ञान के तम को मिटा, मानवजन को जागृत करना।
लोभ-ईर्ष्या-द्वेष, छल-कपट-अहम् का दहन कर देना,
दया-प्रेम-सद्भाव का दीप प्रज्ज्वलित कर चलते रहना।
जीवन में हो तमस घना, तो उम्मीद की लौ जला लेना।