देश के संचालक का हम चुनाव करें
भारतवासियों चलों फिर से मतदान करें,
अधिकारों को यूॅं न बरबाद होने देना
आने वाले कल पर फिर से विचार करें।
देश बदलने में अपना योगदान करें,
गरीबी, बेरोजगारी, का काम तमाम कर
सर्वशिक्षा का आगे आकर श्रमदान करें।
जनता जनार्दन का एक स्वर हो सके
दिग्भ्रमित लोगों को नई दिशा प्रदान करें ।
देश बदलने में अपना योगदान करें ,
भ्रष्टाचार व कुपोषण का सर्वनाश कर
एक से दो, दो से चार हाथों को थाम चलें।
एक मत हो ,एक राग हो राष्टृ के हित में
समानता और परिवर्त्तन लाने का आह्वान करें ।
देश बदलने में अपना योगदान करें
आरक्षण के नाम पर वोट की भीख न देना
स्वयं की मेहनत व मनोबल पर गर्व करना।
अपने दायित्वों को समझ कर जो आगे आए
पूर्णबहुमत का समर्थन है उसे ही देना।
देश बदलने में अपना योगदान करें ,
उज्ज्वल भविष्य का चलो नव निर्माण करें।
..................अर्चना सिंह जया
Published in today's Rashtriya Sahara Paper.
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