मतदान से पूर्व करना विचार [ कविता ]
चलो बनाए नई सरकार
ज्ञान का जलाएॅं ,फिर मशाल।
अशिक्षा, गरीबी और भ्रष्टाचार
दूर करने पर जो करे विचार।
स्त्री सुरक्षा व बेरोजगारी
प्राथमिकता अब है हमारी।
जन-जन का हो सके कल्याण
नेता चुने कर उचित मतदान।
सत्तर वर्षों का लगा अनुमान
क्या उचित करते आए मतदान ?
सोचा शत प्रतिशत होगा उद्धार
पर स्वप्न,जन का न हुआ साकार।
जागो उठो,वक्त से पूर्व करो विचार
व्यर्थ न करना निज अधिकार।
जो हो वचन व कर्म का सच्चा
ऐसा चुनाव हमें करना है इस बार।
वसुधा को जो कुटुंब बना सके
बहुमत से जीते वो सरकार।
गतवर्षों के गतिविधि को देख
मतदान से पूर्व करना विचार।
..................अर्चना सिंह जया
No comments:
Post a Comment
Comment here