😊💐
फिक्र न कर हार जीत की
बस जुटकर प्रयास कर।
अपना भी दिन आएगा ,
बस उस पर विश्वास कर।
💐
उम्र गुजर रही है चाहत लिए हुए,
ढ़लता सूरज देख आस हुई मंद।
नफ़रत के लिए वक्त कहाँ अब?
जीवन सफ़र में कुछ तो रंग भर।
🎈😊
तेरे घर व रिश्तों को अपना समझ लिया।
पर इकपल में मुझे, पराया यूँ कर दिया?
🎉🎈
परिवार का साथ न छोड़ना यूँ कभी,
खुशियाँ है रहती इनके साये में यहीं।
वरना साया कब, साथ छोड़ जाएगा,
इसकी भी खबर न लगेगी कभी तुम्हें।
फिक्र न कर हार जीत की
बस जुटकर प्रयास कर।
अपना भी दिन आएगा ,
बस उस पर विश्वास कर।
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उम्र गुजर रही है चाहत लिए हुए,
ढ़लता सूरज देख आस हुई मंद।
नफ़रत के लिए वक्त कहाँ अब?
जीवन सफ़र में कुछ तो रंग भर।
🎈😊
तेरे घर व रिश्तों को अपना समझ लिया।
पर इकपल में मुझे, पराया यूँ कर दिया?
🎉🎈
परिवार का साथ न छोड़ना यूँ कभी,
खुशियाँ है रहती इनके साये में यहीं।
वरना साया कब, साथ छोड़ जाएगा,
इसकी भी खबर न लगेगी कभी तुम्हें।