आज का वक्त हो सब.को मुबारक,
सिर झुकाकर करो खुदा की इबादत।
प्रेम मोहब्बत मज़हब है हमें सिखाता,
एक रंग, एक सूत्र में है हमें पिरोता ।
चाँद अपनी मुस्कुराहट है बिखेरता,
'ईद का दिन हो मुबारक ' ये है कहता।
सिर झुकाकर करो खुदा की इबादत।
प्रेम मोहब्बत मज़हब है हमें सिखाता,
एक रंग, एक सूत्र में है हमें पिरोता ।
चाँद अपनी मुस्कुराहट है बिखेरता,
'ईद का दिन हो मुबारक ' ये है कहता।